कोविड- 19 को लेकर बिहार के अस्पतालों में की गई है बड़ी तैयारी लेकिन हाजीपुर में मिली ये कमी
- खगरिया में स्कूल की बिल्डिंग को अस्पताल में बदला
- हाजीपुर सदर अस्पताल में वेंटिलेटर चलाने वाला नहीं
बिहार में कोविड-19 महामारी तेजी से अपने पैर पसार रहा है और ऐसे में आज तक ने 3 जिलों में स्वास्थ्य व्यवस्था की तैयारियों को लेकर एक रियलिटी चेक किया. इस रियलिटी चेक के तहत यह जानने की कोशिश की गई कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ जिलों में आखिर किस तरीके की व्यवस्था की गई है.
सबसे पहले बात खगरिया जिले की जहां कोविड-19 मरीजों के लिए एक नवनिर्मित भवन में 82 बेड की व्यवस्था की गई है. इस भवन में शौचालय, पानी और साफ-सफाई की मुकम्मल व्यवस्था की गई है. खगरिया में अब तक 100 से भी ज्यादा कोविड-19 के मामले सामने आ चुके हैं और 2 मरीजों की मौत भी हो चुकी है.
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दरअसल, यह नवनिर्मित भवन एक स्कूल का है मगर महामारी के बीच सरकार ने इसे कोविड-19 के लिए अस्पताल में तब्दील कर दिया है. खगड़िया के सिविल सर्जन अजय कुमार सिंह ने आज तक से कहा, “जिले में कोविड-19 मरीजों के लिए 82 बेड की व्यवस्था की गई है. इस अस्पताल में शौचालय, पानी और साफ सफाई की भी पूरी व्यवस्था की गई है.”
वहीं दूसरी तरफ मुजफ्फरपुर जिले की बात करें तो स्वास्थ्य विभाग ने यहां पर 57 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाया है. इस सेंटर में दो आईसीयू हैं जिसमें 24 बेड की व्यवस्था है. मुजफ्फरपुर के कोविड-19 केयर सेंटर में 7 वेंटिलेटर और 20 मॉनिटर की व्यवस्था भी की गई है.
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एसकेएमसीएच अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर सुनील कुमार शाही ने आज तक से कहा, “मुजफ्फरपुर जिले में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए अस्पतालों में पूरी व्यवस्था कर ली गई है. चौबीसों घंटे मेडिकल स्टाफ अलर्ट पर रहते हैं.”
वहीं वैशाली जिले की बात करें तो स्थानीय प्रशासन ने हाजीपुर में एक प्राइवेट हॉस्पिटल समेत दो ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट और दो होटलों को कोविड-19 से लड़ने के लिए अस्पताल में तब्दील किया है.
वैशाली जिले में कोविड-19 के कुल 49 मामले सामने आ चुके हैं. जिसमें से 45 मरीजों को हाजीपुर के होटल और एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां पर उनका इलाज चल रहा है. स्वास्थ विभाग के पास पहले से जो संसाधन मौजूद है, उससे अलग 300 नए बेड का इंतजाम किया गया है. प्रशासन ने दावा किया है कि अगर जरूरत पड़ी तो 200 बेड वाले नए सेंटर को भी तुरंत तैयार कर लिया जाएगा.
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जहां तक हाजीपुर के अस्पतालों में वेंटिलेटर का सवाल है तो वहां पर एक अलग ही तस्वीर सामने आई है. हाजीपुर सदर अस्पताल में कुल 6 वेंटिलेटर पहले से उपलब्ध है मगर इन को चलाने के लिए कोई भी टेक्निशियन मौजूद नहीं है.